कमला नेहरू कॉलेज में स्थापित रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम पर्यावरण संरक्षण के प्रति इसके सक्रिय दृष्टिकोण का एक उदाहरण है। मौजूदा वर्षा जल संचयन प्रणाली की स्थापना सबसे पहले पूर्व प्राचार्य डॉ. सुरिंदर शर्मा और तत्कालीन पर्यावरण क्लब संयोजक स्वर्गीय डॉ. रूपा बाजपेयी के तत्वावधान में 1990 के दशक के अंत में की गई थी। तब से हम प्राचार्य डॉ. मिनोती चटर्जी (2004-15) के सहयोग से कॉलेज में वर्षा जल संचयन कर रहे हैं। सिस्टम सेट- अप को रूफटॉप रेनवाटर हार्वेस्टिंग कहा जाता है। इस मामले में, पुस्तकालय भवन की छत वर्षा जल को संचयित करने वाला जलग्रहण क्षेत्र है, जिसे बाद में डाउन टेक पाइप के माध्यम से गटर में ले जाया जाता है। इसके बाद गटर बारिश के पानी को उस मुख्य गड्ढे की ओर मोड़ देते हैं जहां बोर बनाया जाता है।
Figure: A notional map of the existing rainwater harvesting system in Kamala Nehru College.